लैमीवुडीन क्या है-लैमीवुडीन एक एंटी रिट्रो वाइरल थेरापी (ART) का दवा है। रिवर्स ट्रांसकृपटेज़ (reverse transcriptase enzyme), जो वाइरस के “एक तार जीन” को “दो तार जीन” में बदलता है (क्रम 4), उसे लैमीवुडीन रोक देता है। यह वाइरस के जीन को मनुष्य के कोशिकाओं के जीन से मिलने (एकीकरण या integration, क्रम 5) से पहले रोक देता है। यह न्युक्लियोसाईड एनालोग रिवर्स ट्रांसकृपटेज़ इनहिबीटर है। इसके अन्य नाम हैं – 3 टी सी, ऎपिवीर, 3TC, Epivir).
लैमीवुडीन किन्हें लेना चाहिये
यह दवा 3 महीनों के शिशु से लेकर व्यस्कों तक ले सकते हैं। यह तय नहीं है कि आपको कब एंटी रिट्रो वाइरल थेरापी शुरू करना चाहिये। आप और आपके डाक्टर को कुछ बातों को ध्यान में रखना होगा, जैसे कि आपका सी डी 4 सेल काउंट, वाइरल लोड, आपके लक्षण और इन दवाओं के प्रति आपका भाव। अगर आप लैमीवुडीन, अन्य एंटी रिट्रो वाइरल दवाओं के साथ लेते हैं, तो आप वाइरल लोड को बहुत कम कर सकते हैं, और आपका सी डी 4 सेल काउंट बढ जायेगा। इसका मतलब है कि आप अधिक समय तक स्वस्थ्य रह सकते हैं।
लैमीवुडीन कैसे लेना चाहिये
लैमीवुडीन के अनेक प्रकार के गोटी होते हैं, जैसे कि 150 या 300 मिलीग्राम का, और इसका तरल रूप भी है।
- 50 किलो या उससे अधिक वयक्ति, 150 मिलीग्राम दिन में दो बार लें या 300 मिलीग्राम दिन में एक बार लें
- 50 किलो से कम वजन के वयक्ति को उससे कम लेना चाहिए
- नवजात शिशु को तरल रूप दे सकते हैं
- जिन्हें गुर्दे (Kidney) में बीमारी हो, आप अपने डाक्टर से जरूर पूछें, कयोंकि यह आपके गुर्दे को और खराब कर सकता है।
- लैमीवुडीन खाना के साथ या खाने के बीच में ले सकते हैं।
क्या लैमीवुडीन मिश्रित रूप में होता है
- कोम्बीवीर = ए ज़ी टी + 3 टी सी (Combivir = AZT + 3TC)
- ट्राईज़ीवीर=ए ज़ी टी + 3 टी सी + अबाकावीर (Trizivir = AZT + 3TC + Abacavir)
- एपज़ीकोम = 3 टी सी + अबाकावीर (Epzicom = 3TC + Abacavir)
लैमीवुडीन के नुकसान
कुछ मामूली दुर्प्रभाव हैं जो समय के साथ कम हो जाते हैं जैसे:
- सिरदर्द,
- पेट दर्द,
- थकान,
- मिचली,
- बाल गिरना,
- नींद न आना,
- अन्य तकलीफ,।
दवाओं के मिश्रण से नुकसान
लैमीवुडीन अन्य दवाओं पर असर करता है, और अन्य दवाऎं, स्टावूडीन पर असर करते हैं। इससे उसका असर भी कम या अधिक हो सकता है, उलटे, इन दवाओं का दुर्प्रभाव बढ जाता है। इन बातों को ध्यान रखके, आप अपने दवाओं, विटामिन और अन्य पदार्थ के बारे में लिख कर रखें, और अपने डाक्टर को अवश्य बतायें कि आप कया-कया ले रहे हैं ? इससे आपको और आपके डाक्टर को आपके दवाओं का असर और नुकसान पर निगरानी रखने में आसानी होगा।
- लैमीवुडीन को एमट्रीसिटाबीन (एफ टी सी, एमट्रीवा, FTC, Emtricitabine, Emtriva) के साथ नहीं लेना चाहिये, कयोंकि ये दवा एक समान हैं और मिलाने से कोई फायदा नहीं है।
- बैक्ट्रिम ( सेपट्रान, Bactrim, Septran) से खून में लैमीवुडीन का मात्रा बढ जाता है।
- “लैमीवुडीन + अबाकावीर + टीनोफोवीर” या “लैमीवुडीन + डाईडानोसीन + टीनोफोवीर”, बगैर अन्य एंटी रिट्रो वाइरल थेरापी के, कभी भी नहीं मिलाना चाहिये, कयोंकि इससे इलाज काम नहीं कर सकता है।
- “लैमीवुडीन + अबाकावीर + टीनोफोवीर” या “लमीवुडीन + डाईडानोसीन + टीनोफोवीर”, बगैर अन्य एंटी रिट्रो वाइरल थेरापी के, कभी भी नहीं मिलाना चाहिये, कयोंकि इससे इलाज काम नहीं कर सकता है।
आपको यह भी पढ़ना चाहिए: