सिनकोना एक औषधि वृक्ष है और सिनकोना को कुनैन भी कहा जाता है इसका पेड़ झाड़ीदार और ऊंचा होता है इसकी छाल से बहुत सी दवाइयां बनाई जाती है जिसका उपयोग मलेरिया डेंगू आदि बीमारियों में सबसे अधिक किया जाता है
सिनकोना क्या है
सिनकोना एक औषधि है जिसका वैज्ञानिक नाम Quina हें और इसे कुनैन भी कहा जाता है इस औषधि का कुनैन नाम क्विनीन शब्द के आधार पर रखा गया है क्विनीन किस वृक्ष की छाल का सबसे उपयोगी तत्व है और यह Rvbiaceae प्रजाति से है जो भारत में सबसे प्रसिद्ध प्रजाति मानी जाती है और इसकी छाल को वृक्ष से उतारकर उसे सुखा कर अनेक प्रकार की दवाइयां बनाई जाती है
सिनकोना का पेड़ कैसा होता है
सिनकोना के पेड़ भारत में बहुत कम मात्रा में पाए जाते हैं परंतु कुछ जगह भारत में ऐसी है जहां पर कुछ मात्रा में इन पेड़ों का अस्तित्व मौजूद है यह चार जगहों पर सबसे अधिक मात्रा में पाए जाते हैं इन चारों जगहों का विवरण नीचे दिया गया है
- यह वृक्ष नीलगिरी पर्वत तथा सिक्किम में उगाया जाता है
- यह नीलगिरी क्षेत्र में होता है
- यह सतपुरा पहाड़ियों में सिक्किम के दक्षिण भारत में लगाया जाता है
- यह बंगाल असम तथा दक्षिण भारत में उगता है और यह भारत में सिनकोना कुनैन नाम से बहुत प्रसिद्ध है
सिनकोना औषधि के फायदे
- इन वृक्षों की छाल को सुखाकर औषधि तैयार की जाती है
- सिनकोना में अनेक उपयोगी तत्व होते हैं इनमें क्विनीन सबसे प्रमुख है
- इस औषधि को मलेरिया की बीमारी को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है
- इस औषधि के सेवन से ज्वार तुरंत उतर जाता है और नियमित मात्रा में सेवन करने से ज्वार फिर से नहीं हो पाता
- कुनैन रोगों में बैक्टीरिया को कम करता है
- इसकी बनी औषधियां अमीबा पेचिश और नेत्र रोगों में सबसे अधिक उपयोग की जाती हैं
- सिनकोना (कुनैन) के बने मरहम तथा तेल को जोड़ों पर लगाने से दर्द खत्म होता है
कुनैन का अधिक मात्रा में सेवन करने से चक्कर आ सकते हैं तथा नेत्र में पीड़ा होने का भय बन सकता है इसलिए इसका पर्याप्त मात्रा में सेवन करें तथा हृदय रोगियों को कुनैन से बनी औषधियों का सेवन नहीं करना चाहिए|
सिनकोना कुनैन के अन्य उपयोग
कुनैन की छाल से प्राप्त क्विनीन तथा इसके अन्य पोषक तत्व और कीटनाशक हमारे शरीर की रक्षा के लिए काम आते हैं यह जू मारने के लोशन बनाने में काम आती है क्विनीन निकालने के बाद बची हुए टैनीन पदार्थ के लिए भी प्रयोग किया जाता है
आपको यह भी जानना चाहिए