ताड़ासन करने की विधि,इसके लाभ व सावधानियां

ताड़ासन ताड़ का अर्थ है पहाड़,ताड़ या खजूर का पेड़| यह खड़े होकर किए जाने वाले सभी आसनों का एक अंग है इस कारण इसे ताड़ासन कहा जाता हें इस आसन के अभ्यास के दौरान आपको शारीरिक बल की प्राप्ति होती है

ताड़ासन की विधि

  • सबसे पहले खड़े होकर अपने दोनों पैरों में 2 इंच की दूरी बनाए रखें|
  • अपनी बाजू को ऊपर की तरफ उठाएं|
  • अपने हाथ ऊपर खींचते हुए एडी ऊपर उठाएं और अपने पंजों पर खड़े हो जाएं|
  • इस स्थिति में कम से कम 10 सेकंड तक खड़े रहे|
  • सांस को धीरे-धीरे बाहर छोड़ते हुए अपनी सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं|
  • इसके बाद 10 से 12 बार इस आसन को पुने दोहराए

ताड़ासन के लाभ

  1. यह शारीरिक व मानसिक संतुलन को बढ़ाता है
  2. यह आसन मोटापा कम करने में सहायक है
  3. इस आसन से कब्ज को दूर किया जा सकता है
  4. यह पाचन संबंधी सभी समस्याओं को दूर करने में सहायक है
  5. यह आसन साइटिका की समस्या को दूर करता है
  6. यह आसन लंबाई को बढ़ाने में बहुत सहायता करता है
  7. इस आसन से हमारे शरीर में रक्त का संतुलन अच्छी तरह बना रहता है

ताड़ासन की सावधानियां

  • यदि आपको निम्न रक्तचाप है तो आप इस आसन को ना करें
  • सिर दर्द होने पर इस आसन को ना करें
  • नींद ना आने और बीमारी के कारण इस आसन को ना करें
  • यदि किसी व्यक्ति को रक्त संबंधी समस्या है तो इस आसन को ना करें
  • आर्थराइटिस के मरीज इस आसन से दूर रहे