आज मै आपको अजवाइन के फायदे (Benefits of celery eating in hindi) बताउगा। जिनको जानकर आप हैरान हो जाओगे। और अजवाइन में कौन – कौन से पोषक तत्व पाए जाते है। इसको खाते समय हमें किन – किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। सुबह खाली पेट अजवाइन खाने से शरीर में होने वाली अनेक – बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
अजवाइन(celery)का पौधा पूरे भारत में पाया जाता है। लेकिन कई स्थानों पर इसकी खेती भी होती है। अजवाइन के पौधे की लंबाई 2 – 3 फूट की होती है। इसके सफेद रंग के फूल लगते है। जो पककर और सुखकर अजवाइन के दानों में परिवर्तित हो जाते है। जिनका प्रयोग हम अपनी रसोईघरों और औषधि के रूप में करते है। अजवाइन का स्वाद तेज और फीका सा होता है।Ajwain ke fayde in hindi.
अजवाइन में पाए जाने वाले पोषक तत्व
S. No. | पोषक तत्व | मात्रा |
1. | प्रोटीन | 17.1 प्रतिशत |
2. | वसा | 21.8 प्रतिशत |
3. | खनिज | 7.9 प्रतिशत |
4. | कार्बो हाइट्रेड | 24.6 प्रतिशत |
5. | आर्द्रता | 7.4 प्रतिशत |
6. | केरोटीन और स्थिर तेल | 14.8 प्रतिशत |
7. | थाइमोल | 40 प्रतिशत |
इसके अलावा अजवाइन में कैल्सियम, पोटैशियम, फास्फोरस, निकोटिनिक -एसिड, राइबोफ्लेविन, टेटिन इत्यादि पोषक तत्व पाए जाते है। जिसका सेवन करने से हमारा शरीर स्वस्थ व संतुलित रहता है।
अजवाइन के फायदे-Ajwain ke fayde in hindi
अजवाइन का सही तरीके से व प्रतिदिन सेवन करने से निम्नलिखित फायदे होते है।
अजवाइन के फायदे पेट दर्द होने पर
थोड़ी – सी अजवाइन को एक चुटकी काला नमक के साथ मिलाकर । गर्म पानी में लेने से पेट दर्द से तुरंत राहत मिल जाती है। इससे छोटे बच्चों के पेट के कीड़े भी निकल जाते है।
जोड़ो के दर्द
जोड़ो के दर्द वाले स्थान पर अजवाइन तेल की मालिस करने से बहुत फायदा होता है। आप अजवाइन चूर्ण की पोटली बनाकर दर्द वाले स्थान पर सेक सकते हो। एक ग्राम दालचीनी पिसी हुई, में 3 से 4 बूंद अजवाइन का तेल मिलाकर सुबह – शाम सेवन करे। इससे भी आपकी दर्द में आराम मिलेगा।
खांसी होने पर
रात को सोते समय एक पान के पत्ते में आधा चम्मच अजवाइन डालकर उसे चबाएं। इससे खांसी नहीं आएगी। आप अजवाइन के रस में एक चुटकी काला नमक मिलाकर भी सेवन कर सकते है।
जुकाम
अजवाइन की आधा चम्मच चूर्ण को प्रतिदिन – सुबह गर्म पानी या दूध के साथ लेने से जुकाम, सर दर्द, खांसी और नजला आदि रोगो से छुटकारा मिलता है। आप 10 – 10 ग्राम देशी कपूर, पुदीने का चूर्ण और अजवाइन तीनों को लेकर एक शीशी में डालकर धूप में रख दो। थोड़े समय बाद तीनों चीजें पानी बन जायगी। इसको आप 3 – 4 बूंद को किसी कपड़े या रुमाल पर डालकर सूंघ ले। या आप 10 – 12 बूंद एक गिलास गर्म पानी में डालकर भाप ले। Ajwain ke fayde in hindi.
उल्टी और दस्त
आप 10 – 10 ग्राम देशी कपूर, पुदीने का चूर्ण और अजवाइन तीनों को लेकर। एक शीशी में डालकर धूप में रख दो। थोड़े समय बाद तीनों चीजें पानी बन जायगी। इसकी 5 से 6 बूंद पताशे में डालकर या गर्म पानी में मिलाकर । रोगी को देने से उसी समय आराम मिल जाता है।
खाज – खुजली या दाद
त्वचा के रोग या किसी घाव पर अजवाइन का लेप लगाने से आराम मिलता है। अजवाइन को पानी में उबालकर उसको ठंडा होने दे। बाद में इस पानी से दाद और खुजली वाले स्थान को धोने से, त्वचा रोगो से छुटकारा मिल जाता है। जले हुए स्थान पर भी हम अजवाइन का लेप लगा सकते है।
शराब की आदत
यदि किसी व्यक्ति को शराब की आदत लग गई हो। और वह शराब छोड़ने का नाम भी न ले रहा हो। तो इस स्थिति में आप उसको 10 – 10 ग्राम यानि आधा चम्मच अजवाइन चबाने को कहे। ऐसा तीन से चार बार करे।
आधा किलो अजवाइन को 400 मिलीलीटर पानी में उबालें। जब यह पानी आधे से भी कम रह जाये। तब इसको छानकर एक शीशी में रख दे। प्रतिदिन खाना खाने से पहले, एक कप यह पानी शराबी को पिलाये। कुछ दिन ऐसा करने से उसकी शराब पीने की आदत छूट जाएगी।
बुखार
रात को सोते समय आधा चम्मच अज़वाइन को एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठकर पानी को छानकर पीने से बुखार ठीक हो जाता है। शरीर का तापमान साधारण हो जाता है।
चोट लगने पर
100 ग्राम अज़वाइन को गर्म करके उसको एक कपड़े में बांध ले । अब इसको चोट या सूजन वाले स्थान पर धीरे – धीरे सेंक लगाएं। किसी भी प्रकार की चोट हो तुरंत राहत मिलता है। Ajwain ke fayde in hindi.
पैरों में कांटा चूब जाने पर
अक्सर हम देखते है। कि छोटे बच्चों के पैरों में खेलते समय पैरों में कांटे चूब जाते है। कई बार बड़ों को भी खेत में काम करते समय सूल चुभ जाती है। ऐसा होने पर आप पिघले हुए गुड़ पर थोड़ी – सी अज़वाइन डालकर उसको गर्म करे । और ठंडा होने पर इसको बांधने से सूल यानि कांटा अपने आप निकल जायेगा।
दमा रोग
दमा होने पर रोगी को अज़वाइन गर्म करके उसके सीने को सेंकना चाहिए। इसके साथ अजवाइन के रस को बराबर मात्रा पानी में मिलाकर दिन में तीन से चार बार देना चाहिए।
हिचकी
हिचकी का बार – बार आने से व्यक्ति बहुत अधिक परेशान होता है। ऐसा होने पर आप बराबर मात्रा में अज़वाइन, काला नमक और पिसा हुआ जीरा ले। इसकी दो – दो चुटकी सुबह – शाम लेने से हिचकी आना बंद हो जाएगी।
पथरी
बराबर मात्रा में जीरा और अज़वाइन को मिलाकर इसका चूर्ण बना ले। प्रतिदिन सुबह – शाम इस चूर्ण को पानी के साथ सेवन करे। ऐसा आप 15 से 20 दिन लगातार करे। ऐसा करने से सभी प्रकार की पथरी गलकर निकल जाती है।